नमस्कार
मित्रो! शेर क्या होता है, शेर कैसे लिखते है? साहित्य नियम समझाने की श्रृंखला में आज हम शेर बनाने के तरीके को जानेंगे। इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद आप स्वयं
शेर लिखने लगेंगे, ऐसा हमारा दृन विश्वास है। तो चलिए
प्रारम्भ करते है...
शेर या शायरी किसे कहते है?
लेखक द्वारा मात्र 2 लाइन में अपनी बात पूरी कह
देना शेर या शायरी कहलाता है। जो
शेर पढ़ता है उसे शायर कहते है। उदाहरण-
प्यार कुछ इस तरह जताया उसने
उसके सिवा अकेला हूँ जता दिया उसने। (शंतनू)
ऊपर शायर ने अपनी बात 2
लाइन में ही पूरी कह दी है, अब कुछ कहने को शेष
बचता ही नहीं है। अतः उपरोक्त उदाहरण शेर है। अब कुछ अन्य शेर देखिये और समझने की
कोशिश करिए-
हमको उनसे वफा कि है उम्मीद
जो
नहीं जानते
वफा क्या है। (गालिब)
इस तरह की जीत से तो हार भली
मित्रता में खंजर से तलवार
भली।
(वशिष्ठ)
इस नदी के धार में ठंडी हवा आती तो है,
नाव जर्जर ही सही,
लहरों से टकराती तो है। (दुष्यंत)
मेरा कोई नहीं तबीब, अब खुदा के
सिवा,
करेंगे और ये क्या डाक्टर दवा के सिवा। (बिस्मिल इलाहबादी)
तबीब- वैध्य। ऊपर शेर के दिये गए 4 उदाहरण को देखकर आप शायरी पहचानने
में सक्षम हो गए होंगे। अब शायरी लिखने के आसान तरीके को जानते है-
शायरी कैसे लिखते है?
शेर लिखने का सबसे सरल तरीका यह है, कि
जो आपके मन
में सबसे पहले भाव आए उसे प्रथम
पंक्ति मे लिख दीजिये। उदाहरण के तौर पर मैंने लिखा-
कोई नहीं
किसी का, किसे किसकी पड़ी है
अब मुझे अगली पंक्ति में अपनी बात पूरी करनी है, यदि हो सकें तो तुकांत (शेर के अंतिम शब्द समान) मिलाने का भी प्रयत्न
करना है। तो मेंने अगली लाइन लिख दी “सब कुछ होता
देखे, दुनिया बेजान खड़ी है”। तो शेर
कुछ इस प्रकार हुआ:-
कोई नहीं किसी का,
किसे किसकी पड़ी है
सब कुछ
होता देखे, दुनिया बेजान खड़ी है। (वशिष्ठ)
विषय को और अधिक
स्पष्ट करने के लिए एक और उदाहरण देखिए- मैंने प्रथम पंक्ति लिखी “जो दोस्त बनाये वो छूटते रहे”। दोस्त छूटने
की कोई तो वजह होगी? यहाँ
वजह नाराज़गी, शिकायत है तो मैंने छूटते रहे का तुक मिलाने के
लिए रूठते रहे का प्रयोग किया। तो कुछ ऐसी सरंचना हुई-
जो दोस्त बनाये वो छूटते
रहे,
..................... वो रूठते रहे॥
अभी
शेर के दूसरे लाइन का प्रथम हिस्सा लिखना शेष है। इस हिस्से में तुक मिलाने की जरूरत
नहीं है, मगर कुछ ऐसा लिखना है, जिससे कि दूसरी लाइन पूरी की जा सकें और
उसका कुछ अर्थ निकले। तो मैंने “हम मनाते रहे” लिख दिया। तो शेर कुछ इस प्रकार हुआ-
जो दोस्त बनाये वो छूटते
रहे
हम मनाते रहे वो रूठते रहे॥ (वशिष्ठ)
प्रारम्भ
में आपको शेर लिखने में कुछ कठिनाई का अनुभव हो सकता है, मगर जब आप इस तरीके को 2-4 बार अमल में
लाएँगे। तो आपको असान लगने लगेगा और आप भी स्वयं अच्छी शायरी लिखने में सक्षम हो
जाएंगे।
यदि
आपके मन में आज के इस लेख से संबन्धित कोई सवाल है तो कॉमेंट box में अवश्य लिखें। एक अन्य बात अभी शेर
विषय पर कुछ एक दो चीजे लिखना शेष है,
जिन्हे विषय के जटिल होने के भय से इस पोस्ट में स्थान नहीं दिया गया है। शीघ्र ही
उन विषयों पर नवीन पोस्ट लिखा जाएगा या पोस्ट अपडेट में उन्हे ऍड कर दिया जाएगा।
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आपको आजका यह post शायरी लिखना सीखें भाग-1 पसंद आया हो तो नीचे दिये गए शेयर बटन पर क्लिक कर अपने मित्रों के साथ सांझा करना न
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वशिष्ठ..🙏
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learn urdu poetry in hindi.
Bahoot khub jankri. ��
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